ई-बुक्स..! आज से करीब पांच वर्ष पूर्व ये नाम सबके लिए बहुत नया था लेकिन अब सब इस नाम से भली-भांति परिचित हैं। ई-बुक्स अर्थात् पाठकों को उनकी मनपसंद पुस्तकें उनके स्मार्ट डिवाइसेज़ (स्मार्ट फ़ोन, टेबलेट आदि) पर उपलब्ध हो जाती हैं। उन्हें पुस्तकों को पेपरबैक में खरीदने के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ता तो वहीं उन्हें पेपरबैक पुस्तकों को अपने साथ लेकर भी नहीं जाना पड़ता। पाठक अपनी मनपसंद पुस्तक या धार्मिक ग्रन्थ को आसानी से अपने मोबाइल पर पढ़ सकते हैं। ई-बुक्स पेपरबैक पुस्तकों के मुकाबले आधे से भी कम दाम में पढ़ने को मिल जाती हैं तो वहीं ये इनवायरमेंट फ्रेंडली भी मानी जाती हैं क्योंकि पेपरबैक पुस्तकों को बनाने के लिए कागज़ की ज़रूरत होती है और कागज़ पेड़ों से प्राप्त होता है। अर्थात् ई-बुक्स केवल इन आधुनिक पाठकों की केवल ज़रूरत ही नहीं बल्कि मनोरंजन का एक बेहतरीन संसाधन भी है। लेकिन ये केवल पाठकों के लिए ही फायदेमंद नहीं होती बल्कि ये लेखकों के लिए भी कमाई का एक बेहतरीन ज़रिया है। ऐसे में अगर आप एक लेखक हैं तो आप ई-बुक्स के माध्यम से लाखों रूपये कमा सकते हैं। लेकिन कैसे? तो आईये जानते हैं शब्द.इन के इन छ: तरीकों से कि कैसे आप ई-बुक्स लिखकर लाखों में कमा सकते हैं-
1. ई-बुक क्या है और यह पेपरबैक पुस्तकों से अलग क्यों है?
ई-बुक अर्थात् एक ऐसी पुस्तक जो पेपरबैक यानी हार्ड कॉपी में उपलब्ध नहीं होती है बल्कि यह पाठक को उसके स्मार्ट डिवाइस पर पढ़ने के लिए ई-बुक्स प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो जाती है। जहाँ से पाठक ई-बुक को पढ़ने के लिए खरीदते हैं। ये पुस्तकें पेपरबैक पुस्तकों के मुकाबले इस मामले में अलग हैं कि एक तो ये हार्ड कॉपी में उपलब्ध नहीं होती हैं बल्कि इन्हें पाठक सिर्फ अपने स्मार्ट डिवाइस पर पीडीऍफ़ या अन्य फॉर्मेट में पढ़ सकता है। इसके अलावा इन पुस्तकों को प्रकाशित करने के लिए लेखक को प्रकाशकों के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ते बल्कि आप स्वयं Amazone Kindle या shabd.in जैसे प्लेटफॉर्म्स पर पब्लिश कर सकते हैं। इस तरह से ये पाठकों के साथ-साथ लेखकों के लिए भी सुविधाजनक हैं। इसके अलावा ई-बुक को प्रकाशित करने के लिए आपको प्रकाशकों को हज़ारों रूपये भी नहीं देने पड़ते।
2. मार्केट को समझें-
ई-बुक्स मार्केट अब तेजी से बढ़ रहा है। लाखों-करोड़ों पाठक अब पुस्तकों को पेपरबैक में खरीदकर नहीं पढ़ना चाहते क्योंकि एक तो पेपरबैक पुस्तकों को पढ़ने के लिए उसे हमेशा अपने पास रखना पड़ता है और दूसरा उसका फटने या गुम हो जाने का डर बना रहता है। पाठक के लिए पेपरबैक पुस्तकों को अपने साथ हर समय ले जाना भी काफ़ी मुश्किल होता है। इसके अलावा पेपरबैक पुस्तकें ई-बुक पुस्तकों से काफ़ी महँगी भी होती हैं। ऐसे ही कई और भी कारण हैं जिनके चलते अब पेपरबैक पुस्तकों का मार्केट छोटा होता जा रहा है तो वहीं ई-बुक्स का मार्केट बढ़ता जा रहा है। अर्थात् एक लेखक होने के नाते आपको ये पता होना चाहिए कि अब आपको अपनी पुस्तक को पेपरबैक पुस्तकों के हिसाब से नहीं लिखना है बल्कि ई-बुक के हिसाब से ही अपनी पुस्तक को फॉर्मेट करना है। एक बार आप ई-बुक्स मार्केट को समझ गये उसके बाद आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं।3. पाठकों की रूचि के आधार पर लिखें-
एक ई-बुक को प्रकाशित करना जहाँ आसान होता है वहीं एक लेखक के लिए उसे बेचना काफ़ी मुश्किल भी हो सकता है। जहाँ एक पेपरबैक पुस्तक को खरीदने के बाद पाठक को उसे पढ़ना ही पड़ता है वहीं ई-बुक में ऐसा नहीं होता है। आजकल के पाठकों के पास समय की काफ़ी कमी होती है ऐसे में वे जब भी किसी लेखक की पुस्तक को पढ़ते हैं तो वे पुस्तक के शुरुआती दो से तीन अध्यायों को ही पढ़ते हैं। दो से तीन अध्याय पढ़ने के बाद अगर उनको पुस्तक अच्छी लगती है तभी वे पुस्तक को खरीदकर आगे पढ़ना पसंद करते हैं वरना वे पुस्तक को वहीं छोड़ देते हैं। अर्थात् एक लेखक होने के नाते पुस्तक को लिखने से पहले आपको यह समझ लेना अतिआवश्यक है कि जो पुस्तक आप लिख रहे हैं उसके शुरूआती अध्याय इतने रुचिपूर्ण होने चाहिए कि पाठक आपकी पुस्तक के शुरूआती दो से तीन अध्यायों को पढ़ने के तुरंत बाद ही उसे खरीदने के लिए बाध्य हो जाए। इसके अतिरिक्त आजकल पाठकों को अलग-अलग और नए विषयों की पुस्तकें पढ़ना भी पसंद है। अत: आपको अपनी पुस्तक को लिखने से पहले विषय के बारे में भी एक बार ज़रुर विचार कर लेना चाहिए ताकि जैसे ही आपकी पुस्तक प्रकाशित हो वह धड़ल्ले से बिकना शुरू हो जाए।4. सही प्लेटफार्म का चयन करें-
ई-बुक्स जब से मार्केट में आई हैं तब से ही इसका मार्केट काफ़ी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में ज़ाहिर तौर पर इसे प्रकाशित करने वाले प्लेटफार्म भी काफी होंगे। लेकिन सभी प्लेटफार्म लेखक के अधिकारों की रक्षा करने के साथ-साथ उसे पैसे कमाने का उचित मौका दे ये ज़रुरी नहीं है। अत: एक लेखक होने के नाते आपको एक सही प्लेटफार्म का चयन कर लेना चाहिए कि आपको कौन-से प्लेटफार्म पर अपनी पुस्तक को प्रकाशित करना चाहिए। Amazone kindle, Shabd.in, Pratilipi, Google play books जैसे कई ऐसे प्लेटफार्म हैं जो लेखकों को अच्छा पैसा कमाने का मौका देते हैं। लेकिन फ़िर भी आपको अपनी पुस्तक को प्रकाशित करने से पहले ये ज़रुर सोच लेना चाहिए कि आपकी पुस्तक की रॉयल्टी सबसे अधिक कौनसा प्लेटफार्म दे रहा है क्योंकि आप तभी अच्छा पैसा कमा सकेंगे जब आपको अपनी पुस्तक की बिक्री पर सबसे अधिक रॉयल्टी मिलेगी।
अगर इसके अतिरिक्त ई-बुक्स से संबन्धित आपका कोई सवाल है तो आप हमें कॉल करें या फिर शब्द.इन के व्हाट्सप्प ग्रुप को ज्वाइन करके अपने सवाल पूछें-
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5. अपने खाते की सही जानकारी सबमिट करें-
सही प्लेटफार्म के चुनाव और पुस्तक के प्रकाशन के बाद आपको अपने बैंक अकाउंट की डिटेल सही तरीके से सबमिट करनी है। किसी भी तरह के फ्रॉड से बचें। अपनी अकाउंट डिटेल सही तरीके से सबमिट करने के बाद आपको अपनी पुस्तक की बिक्री के बारे में सोचना है। पुस्तक की बिक्री शुरू हो जाने के बाद आपके द्वारा चयनित प्लेटफार्म तय तारीख पर आपकी पुस्तक की बिक्री के पैसे आपके खाते में डाल देगा।6. प्रमोशन करें और कमाएं-
ई-बुक के प्रकाशन के बाद ऐसे बहुत कम प्लेटफार्म हैं जो आपकी पुस्तक का प्रमोशन करते हैं। उनमें से amazone kindle और google play books जैसे प्रमुख है। ऐसे में अगर आप ऐसे प्लेटफॉर्म्स को चुन रहे हैं तो आपको अपनी पुस्तक का प्रमोशन भी स्वयं करना होगा। हालाँकि शब्द.इन एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ आपको प्रमोशन करने की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि यह प्लेटफार्म स्वयं अपना पैसे खर्च करके आपकी पुस्तक का प्रमोशन करता है ताकि आपकी पुस्तक अधिक से अधिक पाठक खरीदें और इससे आपको पैसे कमाने का सुअवसर मिले।अगर इसके अतिरिक्त ई-बुक्स से संबन्धित आपका कोई सवाल है तो आप हमें कॉल करें या फिर शब्द.इन के व्हाट्सप्प ग्रुप को ज्वाइन करके अपने सवाल पूछें-
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